Digital Detox – क्या आप भी हैं Phone के Addict? ऐसे करें खुद को Free!

आज के समय में स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। दिन की शुरुआत से लेकर रात को सोने तक हम फोन के साथ ही रहते हैं। सोशल मीडिया, वीडियो गेम्स, चैटिंग और लगातार नोटिफिकेशन ने हमें इस कदर बांध लिया है कि हम यह तक नहीं सोच पाते कि यह हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत को कितना नुकसान पहुंचा रहा है। अगर आप भी अपने फोन के बिना बेचैन हो जाते हैं और हर कुछ मिनट में स्क्रीन चेक करने की आदत है, तो समझिए कि आप भी फोन एडिक्ट हो चुके हैं। इस स्थिति से बाहर आने के लिए जरूरी है कि आप एक डिजिटल डिटॉक्स करें। आइए जानते हैं कि डिजिटल डिटॉक्स क्या है और इसे कैसे किया जाए।

Pic courtesy:Sunday Scaries

 डिजिटल डिटॉक्स क्या होता है

डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है कुछ समय के लिए अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप और दूसरे डिजिटल डिवाइस से दूरी बनाना। इसका मकसद है अपने दिमाग और शरीर को आराम देना और असली दुनिया से जुड़ना। यह मानसिक शांति पाने और स्क्रीन टाइम कम करने का एक बेहतरीन तरीका है।

क्यों जरूरी है डिजिटल डिटॉक्स

फोन की लत से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जैसे आंखों में दर्द, नींद न आना, ध्यान न लगना, स्ट्रेस बढ़ना और रिश्तों में दूरी आना। ज्यादा स्क्रीन टाइम से शरीर भी सुस्त हो जाता है और फिटनेस पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में डिजिटल डिटॉक्स आपको नई ऊर्जा और फोकस देता है।

 डिजिटल डिटॉक्स के फायदे

  • कम से कम कुछ दिन के लिए फोन और स्क्रीन से दूरी बनाने के कई फायदे होते हैं।
  • कम तनाव और बेहतर मूड महसूस होता है।
  • नींद की क्वालिटी में सुधार आता है।
  • रिश्तों में नजदीकियां बढ़ती हैं क्योंकि आप अपनों के साथ वक्त बिताते हैं।
  • काम में फोकस बढ़ता है और प्रोडक्टिविटी बेहतर होती है।
  • शरीर में थकान और आंखों का तनाव कम होता है।

कैसे करें डिजिटल डिटॉक्स

फोन की लत से बाहर निकलना आसान नहीं होता लेकिन कुछ आसान तरीकों से आप शुरुआत कर सकते हैं।

  • फोन की नोटिफिकेशन बंद करें ताकि हर छोटी चीज़ पर ध्यान न जाए।
  • रात को सोने से एक घंटा पहले फोन का इस्तेमाल बंद कर दें।
  • दिन में कुछ घंटे के लिए फोन को साइलेंट या दूर रख दें।
  • सोशल मीडिया ऐप्स को अनइंस्टॉल करें या उनके लिए टाइम लिमिट सेट करें।
  • सुबह उठकर सबसे पहले फोन न देखें बल्कि ध्यान या योग करें।
  • परिवार और दोस्तों के साथ बिना फोन के समय बिताएं।
  • हर हफ्ते एक दिन पूरी तरह से डिजिटल डिवाइस से ब्रेक लें।

डिजिटल डिटॉक्स के दौरान क्या करें

  • जब आप फोन से दूरी बनाते हैं तो उस खाली समय को सही तरीके से इस्तेमाल करें।
  • किताबें पढ़ें और कुछ नया सीखें।
  • बाहर घूमने जाएं या कोई खेल खेलें।
  • अपनी हॉबी जैसे पेंटिंग, म्यूजिक, गार्डनिंग में समय लगाएं।
  • दोस्तों और परिवार से आमने-सामने बात करें।
  • ध्यान और प्राणायाम जैसी एक्टिविटीज़ से मन को शांत करें।

कब और कितनी बार करें डिजिटल डिटॉक्स

डिजिटल डिटॉक्स को अपने रूटीन का हिस्सा बना लें। हर दिन कुछ घंटे फोन से दूरी बनाएं। हफ्ते में कम से कम एक दिन पूरी तरह डिजिटल फ्री रखें। छुट्टियों के दौरान पूरी तरह से सोशल मीडिया और फोन से ब्रेक लेना ज्यादा फायदेमंद रहता है।

 

फोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है लेकिन इसकी लत खतरनाक हो सकती है। इसलिए समय-समय पर डिजिटल डिटॉक्स करना जरूरी है ताकि हम खुद पर ध्यान दे सकें और असली रिश्तों और अपने आप से जुड़ सकें। अगर आप भी अपनी लाइफ को बैलेंस करना चाहते हैं तो आज से ही डिजिटल डिटॉक्स की शुरुआत करें। आप पाएंगे कि आपकी जिंदगी में न सिर्फ शांति आएगी बल्कि आपकी सेहत, रिश्ते और काम में भी सुधार होगा।

 

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